देवास। देवास से उज्जैन के बीच शुरू की गई सिटों बसों के संचालन में नियमों का पालन करवाने की मांग देवास-उज्जैन बस एसोसिएशन ने की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि दायमा ने बताया सिटी बसों को सरकारी बताया जा रहा है जबकि यह निजी कंपनी के नाम से हैं। देवास-उज्जैन रूट पर एक साथ 8 बसें शुरू करना थीं लेकिन मात्र दो बसें ही शुरू की गई हैं। इसके अलावा इसी रूट के ठेकेदार को शहर में चार व अंचल में 4-6 बसें भी चलाना थीं लेकिन इनको अब तक शुरू नहीं किया गया है। निजी बसों व सिटी बसों का परमिट एक समान है फिर भी नियमों का पालन सिटी बसों से नहीं करवाया जा रहा है। निजी बसें 10 मिनट में सवारी भरकर रवाना हो रही हैं जबकि सिटी बसें आधा घंटे तक सवारियां भरती हैं। इसके कारण निजी बसों में यात्री कम आ रहे हैं। इसके साथ ही जो नियम सिटी बस संचालन में निर्धारित किए गए थे उनका पालन नहीं हो रहा है। महिला यात्रियों की सुविधा के लिए महिला कंडक्टर तैनात करना थी लेकिन वो भी नहीं है। दायमा ने कहा यात्रियों की कमी से हो रहे नुकसान को देखते हुए निजी बसों द्वारा उज्जैन का किराया कम करके 30 रुपए कर दिया जाएगा। रविवार से सिटी बसों के साथ ही निजी बसें भी बस स्टैंड से संचालित होने लगी हैं। ट्रैफिक डीएसपी किरण शर्मा ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में भी दोनों बसें यहीं से चलेंगी। दोनों बसें एक ही जगह से संचालित होंगी, अलग-अलग स्टैंड नहीं रहेंगे।
देवास। देवास से उज्जैन के बीच शुरू की गई सिटों बसों के संचालन में नियमों का पालन करवाने की मांग देवास-उज्जैन बस एसोसिएशन ने की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि दायमा ने बताया सिटी बसों को सरकारी बताया जा रहा है जबकि यह निजी कंपनी के नाम से हैं। देवास-उज्जैन रूट पर एक साथ 8 बसें शुरू करना थीं लेकिन मात्र दो बसें ही शुरू की गई हैं। इसके अलावा इसी रूट के ठेकेदार को शहर में चार व अंचल में 4-6 बसें भी चलाना थीं लेकिन इनको अब तक शुरू नहीं किया गया है। निजी बसों व सिटी बसों का परमिट एक समान है फिर भी नियमों का पालन सिटी बसों से नहीं करवाया जा रहा है। निजी बसें 10 मिनट में सवारी भरकर रवाना हो रही हैं जबकि सिटी बसें आधा घंटे तक सवारियां भरती हैं। इसके कारण निजी बसों में यात्री कम आ रहे हैं। इसके साथ ही जो नियम सिटी बस संचालन में निर्धारित किए गए थे उनका पालन नहीं हो रहा है। महिला यात्रियों की सुविधा के लिए महिला कंडक्टर तैनात करना थी लेकिन वो भी नहीं है। दायमा ने कहा यात्रियों की कमी से हो रहे नुकसान को देखते हुए निजी बसों द्वारा उज्जैन का किराया कम करके 30 रुपए कर दिया जाएगा। रविवार से सिटी बसों के साथ ही निजी बसें भी बस स्टैंड से संचालित होने लगी हैं। ट्रैफिक डीएसपी किरण शर्मा ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में भी दोनों बसें यहीं से चलेंगी। दोनों बसें एक ही जगह से संचालित होंगी, अलग-अलग स्टैंड नहीं रहेंगे।
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