देवास। लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एमएसए अंसारी ने 11 प्रकरणों का निराकरण कर राजीनामा करवाया। जिसमें 8 जोड़ें जो लंबे समय से विवाद के कारण पति और पत्नी दूर रह रहे थे उनका पुर्नमिलन करवाया। वहीं 3 प्रकरणों में पति और पत्नी का राजीनामा करवाया। कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एमएसए अंसारी ने भगवती पत्नी माया, कमल पत्नी राधा, विजेन्द्र पत्नी कविता, ललित पत्नी वर्षा, जितेन्द्र पत्नी मधु, रूखसार बी पति शाकिर, नाजनीन उर्फ नाजिया पति फिरोज पठान, पुष्पा पति निलेश का आपस में समझौता करवाकर पुर्नमिलन करवाया। वहीं कमलावती पति दिनेश, धारणा उर्फ लक्ष्मी पति कमल शर्मा और बबीता पति शैलेन्द्र का राजीनामा करवाया। इस दौरान न्यायालय में ही एक बार फिर पति और पत्नी ने विवाह की रस्म की तरह वर माला एक दूसरे पहनाई।
देवास। लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एमएसए अंसारी ने 11 प्रकरणों का निराकरण कर राजीनामा करवाया। जिसमें 8 जोड़ें जो लंबे समय से विवाद के कारण पति और पत्नी दूर रह रहे थे उनका पुर्नमिलन करवाया। वहीं 3 प्रकरणों में पति और पत्नी का राजीनामा करवाया। कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एमएसए अंसारी ने भगवती पत्नी माया, कमल पत्नी राधा, विजेन्द्र पत्नी कविता, ललित पत्नी वर्षा, जितेन्द्र पत्नी मधु, रूखसार बी पति शाकिर, नाजनीन उर्फ नाजिया पति फिरोज पठान, पुष्पा पति निलेश का आपस में समझौता करवाकर पुर्नमिलन करवाया। वहीं कमलावती पति दिनेश, धारणा उर्फ लक्ष्मी पति कमल शर्मा और बबीता पति शैलेन्द्र का राजीनामा करवाया। इस दौरान न्यायालय में ही एक बार फिर पति और पत्नी ने विवाह की रस्म की तरह वर माला एक दूसरे पहनाई।



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